मासूम बच्चों के खून से लाल हुई सड़क तब, बच्चों और परिजनों की चित्कार से जागा प्रशासन
मासूम बच्चों की खुशियां पल भर में बदली गई मातम मेंबताते चले कि यह दिल दहलाने वाली घटना मंगलवार की सुबह लगभग 9 बजे पनवार थाना क्षेत्र के जवा-पनवार रोड स्थित ग्राम पटियारी में हुई। जब नष्टिगवां स्थित ग्रीन वल्ड स्कूल के पिकअप वाहन क्रमांक एमपी 17 जी 2472 में बच्चे बैठ कर पढऩे के लिए स्कूल जा रहे थे। 6 साल से 12 साल तक बच्चे घर से तैयार हो कर स्कूल पढऩे के लिए जा रहे थे। पिकअप बच्चों से खचाखच भरी हुई थी। बच्चे आपस में मस्ती करते हुये जा रहे थे, उनको इस बात का एहसास भी न था कि आगे उनकी मौत खड़ी है। पिकअप चालक चालक अनुज उर्फ मियाजी कोल पिता शिव प्रसाद कोल निवासी नष्टिगवां लापरवाही पूर्वक वाहन को तेज गति से चला रहा था। पटियारी गांव के समीप सामने से डभौरा से जवा की ओर जा रही शुक्ला बस क्रमांक एमपी 17 पी 0204 से जा भिड़ा। पिकअप की रफ्तार इतनी तेज थी कि बच्चे उछल कर दूर जा गिरे और बच्चों की किलकारियां गूंजने लगी। राहगीरों ने घटना की सूचना पुलिस को दी साथ ही उनके हाथ मदद के लिए बढ़ गये। घायलों को पिकअप से निकाल कर बाहर रख रहे थे। तभी एम्बुलेंस सहित पुलिस अमला मौके पर पहुंच गया और घायलों को उपचार के लिए अस्पताल ले गये।
संस्कृति ने मौके पर नव्या ने एसजीएमएच में ली अंतिम सांस
बताया गया कि संस्कृति सिंह उर्फ क्यारा पिता मनीष सिंह 6 साल निवासी खाझा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जिसकी मां की मौत बचपन में ही हो गई थी और पिता गुजरात में प्राईवेट नौकरी कर संस्कृति को इंग्लिस मीडियम स्कूल ग्रीन वल्ड में पढ़ा रहा था। उसे क्या पता था कि स्कूल का संचालक प्रभाकर सिंह पिता राम निहोर सिंह की पैसों की भूख मिटाने के लिए उसके मासूम बच्चों की मौत का कारण बनेगा। शव को जवा अस्पताल के मर्चुरी में रखवा दिया गया है। साथ ही गुजराज में रह रहे उसके पिता को सूचना दे दी गई। 12 वर्षीय नव्या सिंह पिता कुलदीप सिंह निवासी रिमारी को नाजुक हालत में उपचार के लिए एसजीएमएच लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे बचाने का अथक प्रयास किया। लेकिन उपचार के दौरान ही उसकी सांसे हमेशा के लिए थम गई। शव का पीएम करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया।
जिंदगी के लिए चार मासूम एसजीएमएच में कर रहे संघर्ष
हादसे में दर्जन भर घायलों में से पांच घायलों को उपचार के लिए एसजीएमएच लाया गया है। जिसमें से नव्या सिंह ने दम तोड़ दिया। शेष चार गंभीर रूप से घायल दीक्षा सिंह पिता रावेंद्र सिंह 12 वर्ष निवासी खाझा, आयुषी सिंह पिता अनिल सिंह 8 वर्ष निवासी खाझा, लक्ष्य सिंह पिता कुलदीप सिंह 10 वर्ष निवासी रिमारी, कुलदीप सिंह पिता गिरीश सिंह 5 वर्ष निवासी रिमारी एसजीएमएच के अलग-अलग वार्ड में अपनी जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे है। पिकअप में सवार अन्य घायल बचें का जवा में ही प्राथमिक उपचार कर छुट्टी कर दी गई थी।
वाहनों के रजिस्टेशन निरस्त, स्कूल संचालक बनेगा आरोपी
जैसा की हर हादसे के बाद आरटीओ विभाग से फरमान जारी होता है कि वाहनों के रजिस्टेशन निरस्त कर दिये गये साथ ही चालकों के ड्राईविंग लाईसेंस को भी निरस्त किया गया। ऐसा ही फरमान मंगलवार को परिवहन विभाग से उस वक्त जारी हुआ जब दो मासूमों की जान चली गई। पिकअप वाहन एंव बस की परमिट के साथ ही चालको के ड्राईविंग लाईसेंस निरस्त किये जाने का फरमान जारी हो गया है। जबकि सूत्रों की मानें तो खून के छीटों से सने विद्यालय के पिकअप वाहन के चालक अनुज उर्फ मियाजी कोल पिता शिव प्रसाद कोल निवासी नष्टिगवां का ड्राईविंग लाईसेंस ही नहीं था। पुलिस ने बताया कि स्कूल के संचालक प्रभाकर सिंह पिता रामनिहोर सिंह के विरुद्ध अपराध दर्ज करने के साथ ही पिकअप चालक एंव बस चालक के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध किया जायेगा।
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