रीवा . रायपुर कर्चुलियान जनपद पंचायत में बुधवार को हुई सामान्य सभा की बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने चल रही अनिमितता को लेकर नाराजगी व्यक्त की है। जैव विविधिता प्रबंधन समिति के सभापति शैलेंद्र सिंह पटेल ने बैठक के दौरान आठ बिंदुओ पर अमल किये जाने की मांग की है। उन्होने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि चार माह गुजर गये परंतु जनपद कार्यालय द्वारा जैव विविधिता के संबंध में कोई गाइड लाइन जारी नहीं की। इतना ही नहीं शैलेंद्र सिंह पटेल ने कहा कि यह सामान्य सभा की बैठक महज एक कोरमपूर्ति का बहाना है जो चार माह बाद हुआ। उस पर भी बैठक में रखे एजेंडे के अनुसार आधे से अधिक जिम्मेदार अधिकारी नदारत रहे। इतना ही नहीं कार्यवाही रजिस्ट में किसी भी जनपद सदस्यों के हस्ताक्षर न करवाया जाना संदेहास्पद है।
आंगनबाड़ी में नियुक्तियों पर भ्रष्टाचार का लगाया आरोप
हाल ही आंगनबाड़ी में भर्तियां की गई है। जिसमें सभापति कविता सिंह ने जनपद सीईओ सहित समिति के जिम्मेदारों पर नियुक्ति के दौरान भ्रष्टाचार किये जाने का संदेह व्यक्त किया है। सभापति कविता सिंह ने कहा कि जनपद में बनी समितियों के सभापतियों के बिना उपस्थिति में कार्यक्रम का आयोजन और भर्तियां किया जाना भ्रष्टाचार की ओर इंगित करता है। उनकी बिना अनुमति के भर्तियां कैसे हो गई?
पंचायत की बैठकों में जनपद सदस्यों की उपस्थिति हो अनिवार्य
बैठक के दौरान जैव विविधता प्रबंधन के सभापति शैलेंद्र सिंह पटेल ने कहा कि जनपद क्षेत्र के 104 ग्राम पंचायतों में विकास कार्यो पर ताला लटक गया। आये दिन कहीं न कहीं से शिकायतें आ रही है। जिस पर सुधार करने के लिए ग्राम पंचायतों में होने वाली ग्राम सभा की बैठक में जनपद सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य किया जाये। क्योंकि उसी गांव की जनता पंच, सरपंच के साथ ही गांव के विकास के लिए जनपद सदस्यों को चुनती है। ऐसे में जनपद सदस्यों की उपेक्षा बर्दाश्त किये जाने योग्य नहीं है। साथ ही कहा कि जनपद पंचायत के सभी जनपद सदस्यों को विकास कार्यो के लिए सामान्य रूप से फंड की व्यवस्था की जाये। और सभी समितियों के बैठक के दौरान संबधित अधिकारी एवं कर्मचारियों की उपस्थिति अनिवार्य की जाये।
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