रीवा. चुनावी सरगरमी के साथ ही अपराधिक घटनाओं की बाढ़ सी आ पड़ी। एक ओर जहां पुलिस व्हीआईपी ड्यूटी में कदमताल मिला रही वहीं दूसरी ओर अपराधी वारदात को अंजाम दे रहे है। बीते चौबिस घंटे के अंतराल में ऐसा कोहराम मचा कि लोग दहशत में आ गये। पुलिस भी अपराधियों को पकडऩे के लिए सारी ताकतें झोक दी। गनीमत रही कि गोली चलाने वाले अपराधी पुलिस की पकड़ में आ गये। और पुलिस ने उन पर हत्या के प्रयास का अपराध भी पंजीबद्ध कर गिरफ्तार कर दिया। परंतु जिस तरह से दनादन गोलियां चली और रीवा खून से लथपथ हुआ उससे आने वाले समय सुरक्षित रहेगा यह कहना मुश्किल लग रहा है।
सोलर प्लांट में चली गोली, युवक घायल
गढ़ थाना क्षेत्र में हुये गोलीकांड को चौबिस घंटे भी नहीं बीते कि श्निवार को गुढ़ थाना क्षेत्र में गोली की आवाज गूंज उठी। उक्त वारदात एशिया के सबसे बड़े सोलर प्लांट में हुई। बताया गया कि दिलीप बिल्डिकान के सुरक्षाकर्मी जवाहर विश्वकर्र्मा निवासी जबलपुर ने बदरांव निवासी संतोष पटेल पिता जगदीश पटेल 32 वर्ष को अपने लाईसेंसी 12 बोर बंदूक से गोली मार दी। बंदूक से निकली गोली संतोष पटेल के पैरों को छलनी कर दी। जिसे तत्काल उपचार के लिए एसजीएमएच लाया गया। वहीं पुलिस ने आरोपी जवाहर विश्वकर्मा को अपने हिरासत में लेते हुये बंदूक जब्त कर ली। घटना के संबंध में यदि स्थानीय लोगों की बातों पर यकीन किया जाये तो सोलर प्लांट में दिलीप बिल्किान कंपनी का करोड़ो रूपये का समान पड़ा हुआ है। जिस पर चोर बदमाशों की नजर लगी रहती है। समान की सुरक्षा के लिए कंपनी द्वारा सुरक्षाकर्मी तैनात किया गया है। स्थानीय सूत्रों ने बताया कि संतोष पटेल बदनियती से सोलर प्लांट गया हुआ था। जहां सुरक्षाकर्मी से विवाद हो गया और सुरक्षाकर्मी ने अपनी लाईसेंसी बंदूक से उस पर गोली चला दी।
मामा-भांजे ने मिल कर देव को मारी गोली, हालत नाजुक
गढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम कांकर में मामा-भांजे ने मिल कर पड़ोसी युवक को गोली मार दी। हलांकि पुलिस ने अपराध दर्ज करने के साथ ही आरोपी अमित केवट पिता रामायण केवट 20 वर्ष एवं उसके मामा राजबहोर केवट पिता स्व. भरोसा केवट 65 वर्ष दोनो निवासी कांकर को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी राजबहोर केवट से पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त 12 बोर का देशी कट्टा भी बरामद कर लिया। आरोपियों ने शुक्रवार की रात कांकर निवासी देव केवट पिता रामजस केवट 18 वर्ष को गोली मारी थी। कट्टे से निकली गोली देव केवट के गर्दन में जा फंसी। जिसे गंभीर हालत में उपचार के लिए एसजीएमएच लाया गया है। चौबिस घंटे गुजरने के बाद भी देव केवट की हालत नाजुक बनी हुई है। आरोपियों ने उक्त वारदात को अंजाम क्यों दिया इस बात का खुलासा पुलिस नहीं कर पाई। उक्त घटना में आश्चर्य की बात तो यह थी कि गांव वालों सहित घायल के परिजन पुलिस को गुमराह करने के लिए विकास यादव, आशिक रावत, हितेश रावत, हरीश रावत, राजीव यादव और अनुराग कोरी पर शंका जाहिर कर रहे थे। लेकिन पुलिस ने गहन जांच कर वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी मामा-भांजे को खोज निकाला।
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