रेलवे प्रशासन एवं आन्दोलनकारियों के बीच हुई तीखी बहस, पुलिस के साथ अधिकारी वापस लौटे
Fierce demonstration of affected farmers at Govindgarh station: मध्यप्रदेश रीवा-सीधी रेललाइन से प्रभावित किसानों गुरुवार को गोविंदगढ़ स्टेशन पर चल रहे निर्माण कार्य का विरोध किया। इसकी जानकारी मिलते ही रेलवे के अधिकारी एवं रेलवे पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। जिससे रेलवे के अधिकारियों एवं किसानों के बीच तीखी बहस भी हो गई। किसान अपनी जिद पर अड़े रहे, कहा जब तक नौकरी नहीं तब तक काम नहीं होने देंगे। साथ ही रेलवे प्रशासन के खिलाफ जमकारी नारेबाजी करने लगे, जिसके बाद अधिकारी वापस लौट गए।
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किसानों ने किया जमकर विरोध
गोविंदगढ़ में नौकरी एवं मुआवजा की मांग को लेकर पन्ना, सतना, सीधी व रीवा के प्रभावित किसानों एवं युवाओं द्वारा पिछले 32 दिन से शांतिपूर्वक धरना स्थल दिया जा रहा है। गुरुवार को धरना चल रहा था उसी समय गोविंदगढ़ रेलवे स्टेशन पर रेलवे पुलिस बल द्वारा निर्माण कार्य शुरु करा दिया गया, जिसका आंदोलनकारी किसानों ने जमकर विरोध किया। इसकी जानकारी होने पर रेलवे के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और समझाइश दी। जिसपर रेलवे के अधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों से किसानों ने कहा कि जब तक उनकी मांगे रेलवे प्रशासन नहीं मानता तब तक रेलवे स्टेशन एवं ट्रैक पर किसी भी कीमत पर काम नहीं करने देंगे। जिस पर रेलवे पुलिस बल और किसानों के बीच अच्छी-खासी बहसबाजी हुई। किसानों ने रेलवे के अधिकारियों को चेताया कि रेलवे तानाशाही नहीं करे और रेलवे प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे लगाये। आंदोलन में वरिष्ठ किसान नेता महेन्द्र पाण्डेय सुग्रीव सिंह, त्रयंबकेश्वर पाण्डेय, राघवेंद्र शर्मा, रामायण शर्मा, प्रवीण पाण्डेय, चेतमणि पयासी, आशीष पाण्डेय, रजनीश पाण्डेय, रणवीर सिंह सीधी एवं पन्ना, सीधी व सतना के किसान व सैकड़ों नौजवान शामिल रहे।
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जनप्रतिनिधियों का करेंगे बहिष्कार
इस दौरान किसानों ने क्षेत्रीय विधायक एवं सांसदों को जमकर कोसा और कहा की कि किसानों की मांग के प्रति जनप्रतिनिधि गंभीर नहीं है। किसान सुब्रममणि ने बताया कि विधायक नागेन्द्र सिंह एवं नारायण त्रिपाठी के अलावा और कोई जनप्रतिनिधि अनशन स्थल पर नहीं पहुंचा। जिससे क्षेत्र के नौजवान एवं किसान आने वाले समय में इन जनप्रतिनिधियों का विरोध करेंगे। साथ ही यह भी बताया कि कई ग्राम पंचायतों के सरपंच भी किसानों के समर्थन में आगे आए हंै।
डीआरएम तक पहुंचाएंगे मांगपत्र
गुरुवार को रेलवे के डीएआरएम के पीए सहित रेलवे प्रशासन की टीम आंदोलनकारियों से मिलने भी पहुंची। जहां किसानों से उनकी मांगों के संबंध में जानकारी ली गई। इस दौरान किसानों ने मांगपत्र भी सौंपा। पीए ने कहा कि वे किसानों की मांगों को डीआरएम तक पहुंचाएंगे।
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