Indian Railways First Train: भारतीय रेलवे को का अपना एक गौरवशाली इतिहास है, जिसमें कई सारे रोचक किस्से जुड़े हुये हैं। दुनिया में चौथा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क भारतीय रेलवे को माना जाता है। भारतीय रेलवे की करीब 177 साल पुरानी परियोजना में रोजाना करीब 4 करोड़ से भी ज्यादा लोग सफर करते हैं। इसके साथ ही प्रतिदिन करीब 35 लाख टन माल को रेलवे के द्वारा ढोया जाता है। आइये जानते हैं भारतीय रेलवे से जुड़े कई ऐसे रोचक तथ्यों के बारे में जो आपको हैरान कर देंगे-
भारत की पहली रेल (India's First Train)
बड़ी संख्या में लोग रोजारा रेलवे का सफर करते हैं। लेकिन बहुत ही कम लोगों को यह बात पता होगी कि भारत में पहली ट्रेन (India's First Train) कब और कहां दौड़ी थी। बतादें कि पहली ट्रेन (India's First Train) वर्ष 1837 में रेड हिल्स से चिंताद्रिपेट पुल तक के 25 किमी रूट पर चलाई गई थी। यह ट्रेन एक मालवाहक ट्रेन थी, इस ट्रेन में अंग्रेजों ने ग्रेनाइट ढोया था। इस ट्रेन के निर्माण का श्रेय अंग्रेज वैज्ञानिक सर आर्थर कॉटन को दिया जाता है।
पहली पैसेंजर ट्रेन चली थी यहां (India's First Passenger Train)
देश की पहली यात्री ट्रेन की बात करें तो, पहली बार पैसेंजर ट्रेन (India's First Passenger Train)16 अप्रैल 1853 को मुंबई के बोरी बांदर और ठाणे के बीच चलाई गई थी। पहली पैसेंजर ट्रेन (India's First Passenger Train) ने कुल 34 किमी का सफर तय किया था। इस ट्रेन में कुल 400 यात्री सवार थे। इस पैसेंजर ट्रेन को लेकर लोगों में इतना उत्साह था कि, उस दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया था।
Also Read:WPL 2023: रोमांचक मुकाबले में यूपी के वॉरियर हुए विजयी, गुजरात के हाथ लगी लगातार दूसरी हार
भारत का पहला रेलवे स्टेशन (India's First Railway Station)
भारत के पहले रेलवे स्टेशन (India's First Railway Station) की बात करें तो, इसी पैसेंजर ट्रेन के रूट पर बनाया था। इस स्टेशन का नाम बोरी बांदर मुंबई रखा गया था। इस पहले रेलवे स्टेशन (India's First Railway Station) का निर्माण ग्रेट इंडियन पेनिन्सुलर रेलवे द्वारा कराया गया था। वर्ष 1988 में अंग्रेजों ने इस रेलवे स्टेशन का नाम ब्रिटिश महारानी के नाम पर विक्टोरिया टर्मिनस कर दिया। यह स्टेशन आज भी इसी नाम से मुंबई में मौजूद है।
देश का पहला रेलवे ट्रैक (India's First Railway Track)
भारत देश के पहले रेलवे ट्रैक (India's First Railway Track) की बात करें तो इसका निर्माण वर्ष 1847 को बॉम्बे और बरार के बीच कराया गया था। इस पहले ट्रैक की कुल दूरी 56 किमी थी। इस ट्रैक को द ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे ने ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ मिलकर बनाया था। इस ट्रैक के निर्माण का श्रेय चीफ इंजीनियर जेम्स जॉन बर्कले को जाता है। इसी ट्रैक पर वर्ष 1853 में पहले पैसेंजर ट्रेन दौड़ी थी।
No comments
Post a Comment