Rahul Gandhi loksabha membership lost: राहुल गांधी को मोदी सरनेम पर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में दूसरा झटका लगा है। कल सूरत की सेशन कोर्ट ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को दो साल की सजा सुनाई थी। जिसके बाद अब उनकी लोकसभा की सदस्यता भी समाप्त हो गई है। सजा मिलने के बाद से ही कहा जा रहा था कि अब उनकी सदस्यता कभी भी जा सकती है। अदालत के फैसले के बाद ही राहुल को सदन से अयोग्य घोषित करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई थी और इस पर अब अमल हो गया है। बतादें कि नियम के मुताबिक किसी भी सांसद या विधायक को दो साल या उससे अधिक अवधि की सजा मिलने के बाद उसे सदस्यता गंवानी पड़ती है।
अहंकार और तानाशाही की पराकाष्ठा
राहुल गांधी का समर्थन करते हुए बीआरएस अध्यक्ष और तेलंगाना के सीएम केसी राव (Telangana CM KC Rao) ने कहा, "आज का दिन भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक काला दिन है। राहुल गांधी की संसद से अयोग्यता नरेंद्र मोदी के अहंकार और तानाशाही की पराकाष्ठा है .... यह पार्टियों के बीच आपसी संघर्ष का समय नहीं है। बल्कि सभी लोकतंत्रवादियों को देश में लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए भाजपा सरकार के कुकृत्यों की खुलकर निंदा करनी चाहिए।"
हर कीमत चुकाने को तैयार...
लोकसभा की सदस्यता समाप्त होने के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अपनी पहली प्रतिक्रया जाहिर की है। उन्होंने ट्वीट कर लड़ाई जारी रखने की हुंकार भरी है। राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुये लिखा है कि, 'मैं भारत की आवाज़ के लिए लड़ रहा हूं। मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं।'
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