Bicycle Days will be released on the big screen: बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए बनाई गई फिल्म बाइसिकल डेज का प्रदर्शन बड़े पर्दे पर करने की तैयारी है। आगामी 14 को अप्रेल को फिल्म रिलीज होगी। फिल्म की टीम ने इसका प्रमोशन भी शुरू हो गया है। जो बच्चो संसाधनों के अभाव में आगे नहीं बढ़ पाते हैं उन्हें प्रेरक संदेश देने वाली इस फिल्म में इमोशन के साथ मनोरंजन भी है। बताया गया है कि इस फिल्म के लिए सैकड़ा भर से अधिक बच्चों के आडिशन हुए थे और उसमें चुनिंदा बच्चों को शामिल कर फिल्म बनाई गई है।
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में हुई शूट
बतादें कि तीन पांच फिल्म रीवा के समन्वय में इस फिल्म का प्रमोशन किया जा रहा है। इस फिल्म की निर्माता व निर्देशक देवयानी अनंत ने रीवा में प्रेस कांफ्रेंस कर फिल्म के बारे मे बताया। उन्होंने कहा कि इस फिल्म को मुख्यत: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में शूट किया गया है। यह फिल्म 10 वर्षीय आशीष की कहानी कहती है जो मध्यम वर्गीय परिवार से है और गांव में रहता है। आशीष भी बाकी बच्चों की तरह अपने आस पास के माहौल से प्रभावित है। वह अपने दोस्तों की तरह शहर पढऩे जाना चाहता है, लेकिन संसाधनों के अभाव के चलते उसके पिताजी चाहते हैं कि वो गांव में ही पढ़े। उसे भी बाकी बच्चों की तरह नई पुस्तकों से पढऩा है, पर उसे अपनी बड़ी बहन की पुरानी पुस्तकें दी जाती हंै। स्कूल से निकटता के कारण वह सरकारी द्वारा दी जाने वाली साइकिल से वंचित रह जाता है। आशीष अपने आसपास हो रहे बदलाव से खुद को समाहित नहीं कर पाता है और धीरे-धीरे निराश होने लगता है। वह हर उस बात और व्यक्ति से नाराज़ हो जाता है जिससे वह पहले बहुत प्रेम करता है।
यह बात सिखाती है फिल्म
यह फिल्म जीवन में दोस्ती और एक छात्र के जीवन में शिक्षक की भूमिका के महत्व को समझाती है। यह फिल्म विपरीत परिस्तिथियों में धैर्य रखना सिखाती है। केयूर भगत द्वारा रचित संगीत, कहानी में एक भावपूर्ण स्पर्श जोड़ते हैं, जबकि साहेब श्रेय द्वारा लिखे गए गीत पात्रों की भावनाओं और गहराई को व्यक्त करते हैं। रीवा मे यह फिल्म तीन पांच फिल्म के समन्वय में प्रसारित हो रही हैं। पत्रकारवार्ता में इस फिल्म की डायरेक्टर देवयानी अनंत, उमेश लखन, कामता माखन, नीरज कुंदेर, रामानुज तिवारी, रितिका द्विवेदी आदि उपस्थित रहीं।
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