रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा में एक स्कूल बस ने मां और बेटे को रौंद दिया। घटना सिविल लाइन थाना अंतर्गत जेपी मोड के पास हुई। दुर्घटना के बाद आसपास के लोगों ने दौड़कर गंभीर रूप से घायल मां व बेटे को उठाकर सड़क के किराने लाए। इस दौरान तेज बारिश भी हो रही थी। इसके बाद हादसे की जानकारी स्कूल प्रबंधन को सूचना दी गई। उन्हें बताया गया कि आपके स्कूल के बच्चे को आपके ही स्कूल की बस के चालक ने कुचल दिया है, जिससे मां व बेटे दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है। यदि समय रहते उपचार नहीं मिला तो दोनों की मौत हो जाएगी।
सर्जरी के लिए लाखों रुपए की जरूरत
इस बड़ी घटना की जानकारी मिलते ही गुरुकुल स्कूल प्रबंधन मौके पर पहुंचा। इस दौरान बातचीत में सहमित बनी कि मां-बेटे का इलाज निजी हॉस्पिटल में होगा, जिसके बाद दोनों का उपचार शुरू भी हुआ। चिकित्सकों ने बताया है कि मां व बेटे का ब्रेन डैमेज हो गया है। सर्जरी के लिए लाखों रुपए की मांग चिकित्सकों ने की है।
ऐसे हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक यह घटना 3 अगस्त की दोपहर की है। शुभ उर्फ अनमोल दुबे पुत्र पुष्पेन्द्र दुबे 5 वर्ष निवासी झिरिया, जो जेपी मोड में किराये के घर में रहते है। घटना के दिन के दिन बच्चा गुरुकुल स्कूल से लौट रहा है, स्कूल बस को देखकर मां मां ज्योति दुबे बारिश में भीगते हुए बस की और दौड़ी। बच्चे को मां बस से उतारा और दोनों बस के आगे से ही सड़क क्रॉस करने लगे, इसी दौरान चालक ने बस की रफ्तार बढ़ा दी। जिससे दोनों मां और बेटा सड़क पर गिर गए और बस का पहिया दोनों के सिर पर चढ़ गया। हादसे में दोनों के सिर, हाथ, पैर, मुंह आदि जगहों पर गंभीर चोट आई है। दोनों का निजी अस्पताल में चल रहा है, जहां दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है। बताया जा रहा है कि बच्चे का पिता पुष्पेन्द्र दुबे कैंसर पीड़ित है।
सामाजिक संगठन मदद के लिए आये आगे
बताया जा रहा है कि गुरुकुल स्कूल रीवा की बस चालक द्वारा लापरवाहीपूर्वक मां-बेटे के ऊपर बस चढ़ाये जाने से दोनों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। घटना स्थल पर भीड़ को देखते हुए गुरुकुल स्कूल के संचालक ने इन्हे मिनेरवा हॉस्पिटल रीवा में तो भर्ती करा दिया था, साथ ही इलाज का सारा खर्च उठाने की भी बात कही थी, लेकिन अब उपचार का खर्च देने से मना कर रहे हैं। बेटे अनमोल की सर्जरी में लगभग 500000 रुपये का खर्च है। यह बहुत ही गरीब घर से है। बच्चे के पिता प्राइवेट ट्रक ड्राइवर जिन्हे मुख कैंसर हो गया था जो हालही में मुंबई से इलाज कराकर लौटे हैं। उनका एक जबड़ा निकाल दिया गया है। ऐसे इलाज का खर्च उठा पाना इनके लिए काफी मुश्किल है। हालांकि कुछ सामाजिक संगठन मदद के लिए आगे आये हैं जो 8178879662 नंबर पर फोन पे के माध्यम से लोगों से आर्थिक सहयोग मांग रहे हैं, ताकि मां-बेटे की जान बचाई जा सके।
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