रहिये अपडेट, रीवा. चोरहटा थाना क्षेत्र के अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट में काम करते समय एक श्रमिक की मौत हो गई। इसको लेकर दूसरे श्रमिकों और मृतक के परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। श्रमिक की मौत के बाद 15 घंटे से चल रहा विरोध देर रात शांत हुआ। पुलिस के मुताबिक रात 12 बजे दोनों पक्षों में सहमति बन गई है। इस दौरान जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की माैजूदगी में अल्ट्राटेक सीमेंट फैक्ट्री ने मृतक के परिजनों को 40 लाख रुपए मुआवजा, 2 लाख रुपए अंतिम संस्कार के लिए तत्कालीन सहायता राशि और पत्नी को पेंशन देने की बात कही है।
मुआवजे को लेकर देर रात तक चली वार्ता
कंपनी प्रबंधन और मृतक के परिजनों के बीच प्रशासन की मौजूदगी में वार्ता आयोजित की गई। कई दौर की वार्ता चली जिसके चलते बीच का रास्ता निकालने पर दोनों पक्ष सहमत हुए। मृतक के परिजन एक करोड़ रुपए और परिवार के एक सदस्य को नौकरी की मांग कर रहे थे। कंपनी प्रबंधन दस लाख रुपए देने की बात कर रहा था। देर शाम मृतक के परिजन 50 लाख रुपए पर सहमत हुए और कंपनी 30 लाख तक देने को तैयार हुई। 20 लाख रुपए के अंतराल को लेकर काफी देर तक चर्चा चलती रही। प्रशासन ने परिजनों से अपील की है कि वह मृतक का अंतिम संस्कार कराएं।
ये है पूरा मामला
कंपनी में काम करने वाले श्रमिकों का आरोप है कि भोलगढ़ निवासी रमेश यादव (25) की काम करने के दौरान मौत हो गई थी। कंपनी प्रबंधन ने मृतक के शव को पुलिस को सूचना दिए बिना अस्पताल भिजवाने की तैयारी कर रखी थी और एंबुलेंस से ले जाया जा रहा था, जिसके चलते विरोध किया गया और शव को वहीं पर रखा गया। मृतक के चचेरे भाई जानू यादव ने बताया कि कंपनी ने अपने अधिकांश काम ठेकेदारों को सौंप रखा है। ठेकेदार द्वारा चार लोगों की जगह एक व्यक्ति से काम लिया जाता है। मृतक के परिजन मुआवजा और परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने की मांग पर अड़े थे। इस घटना की वजह से कंपनी का कामकाज प्रभावित हुआ। अधिकांश श्रमिक भी काम छोड़कर बाहर निकल आए थे। साथ ही आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए। जिसकी वजह से पूरे दिन तनाव की स्थिति बनी रही।
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