रहिये अपडेट, रीवा। बिना ब्याज के लोन दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले दो बदमाशों को रीवा पुलिस ने दिल्ली से पकड़े हैं। एक आरोपी की शादी 21 अक्टूबर को होने वाली थी, लेकिन शादी से पहले ही सलाखों के पीछे पहुंच गया। इन आरोपियों ने सबसे ज्यादा ठगी का शिकार शिक्षकों को बनाया है। डायरी में लिखे नामों में से जितने लोगों से पुलिस ने संपर्क किया, वह सब शिक्षक थे। आरोपियों ने बताया कि शिक्षक सीधे होते हैं और आसानी से झांसे में आ जाते हैं। इसलिए वह ठगी के लिए शिक्षक ही ढूंढ़ते थे।
नौकरी के दौरान सीखा ठगी तरीका
जानकारी के मुताबिक आरोपी आमीर खान ने बताया, साथी राहुल देव शर्मा निवासी बदायू हाल मुकाम नोएडा के साथ दिल्ली में बीमा कंपनी में काम करता था। वही कंपनियों का फ्रॉड देखकर दोनों ने ठगी का तरीका सीखा और दिल्ली के एक व्यक्ति से साइबर फ्रॉड करने की ट्रेनिंग ली। उसके साथ मिलकर कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया था, लेकिन उनको सिखाने वाला गुरु सारे पैसे ले लेता था और दोनों के हाथ कुछ नहीं लगता था। यह देख दोनों ने गुरु से अलग होकर खुद वारदात करना शुरू कर दिया।
प्रेमिका से होने वाली थी शादी
आरोपी आमीर का कोलकाता की लड़की से प्रेम प्रसंग था। दोनों ने शादी का फैसला किया। दोनों परिवारों की सहमति से 21 अक्टूबर को शादी तय हुई थी और परिवार धूमधाम से शादी की तैयारी में लगे हुए थे। आरोपी ने अपनी प्रेमिका पर ठगी के रुपए लुटाए और उसे महंगे महंगे गिफ्ट दिए। जब पुलिस ने उसको पकड़ा तब आरोपी ने अपनी शादी की दुहाई दी लेकिन पुलिस उसे रीवा उठा लाई।
घर वालों को नहीं पता थी बच्चों की करतूत
दोनों आरोपियों के परिजनों को उनकी करतूत का पता नहीं था। आरोपियों ने परिजनों को दिल्ली में नौकरी करने की जानकारी दी थी। परिजन भी यही जानते थे कि वे दिल्ली में बीमा कंपनी में काम कर रहे हैं। जब उनको अपने बेटों का असली काम पता चला तो उनके होश उड़ गए। आरोपियों के परिजन रीवा आए थे, उनसे पुलिस ने इस घटना के संबंध में पूछताछ की है।
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