रहिये अपडेट, भोपाल। बच्चों की तस्करी करने वाले गिरोह (child trafficking gangs) की महिला सरगना डॉ. कुमारी शक्ति देवी उर्फ डॉ. सीमा के इशारे पर भोपाल के दो, दिल्ली के तीन समेत कुल 50 बच्चों के अपहरण की जानकारी पुलिस को मिली है। कई राज्यों से गिरोह के तार जुड़ गए हैं। दिल्ली के एक पुरुष डॉक्टर का नाम भी इस मामले में सामने आया। आरोपी निशांत केरल, अर्चना एमपी-यूपी और मुंबई में बच्चों को टारगेट करता था। गिरोह में सरगना डॉ. सीमा के बाद अर्चना सैनी थी। उसने मुंबई की इवेंट कंपनी के नाम कुछ बैंक खाते खोले हैं। जिसमें हर दूसरे-तीसरे दिन लाखों रुपए जमा हो रहे थे।
अवैध संबंध से जन्मे बच्चों को रख लेती थी
भोपाल के कोलार की इंग्लिश विला कॉलोनी में दिल्ली की मासूम बच्ची एंजेल की मां के बारे में भी पुलिस को पता चला है। बच्ची की मां का नाम आरती है और वह दिल्ली में रहती है। प्रेग्नेंट होने पर अविवाहित होने की वजह से उसने अबॉर्शन करने की कोशिश की थी, लेकिन समय ज्यादा निकल जाने के कारण उसे डिलीवरी करनी पड़ी। बाद में उसने यह बच्ची गिरोह की सरगना को सौंप दी थी। इसी प्रकार एक अन्य बच्ची अकीरा भी शक्ति देवी को मिली थी। इसके अलावा शक्ति देवी के कब्जे से क्राइम ब्रांच ने दिल्ली में 2 साल की बच्ची बिट्टू को भी बरामद किया था। बिट्टू के बारे में पता चला है कि उसकी मां संजना (22) एवं पिता कुणाल (23) हैं। दोनों की शादी नहीं हुई थी। अवैध संबंध से जन्म होने के बाद दोनों आरोपियों ने बच्ची को शक्ति देवी के हवाले कर दिया था।
शक्ति फाउंडेशन नाम से बनाया एनजीओ
गिरोह की सरगना शक्ति खुद को डॉक्टर बताकर गैर कानूनी तरीके से गर्भपात कराने वालों से मुलाकात करती थी। और फिर दिल्ली के निजी अस्पतालों में उनका गर्भपात कराती थी। कुछ केस में गर्भपात नहीं हो पाने के कारण उनका प्रसव कराया और बच्चा शक्ति देवी को दे दिया। सरगना ने शक्ति फाउंडेशन नाम से एनजीओ बनाया है। जिसका दफ्तर दिल्ली के बाहरी क्षेत्र में है।
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