सेहत का दुश्मन Ajinomoto कई देशों में प्रतिबंधित, लेकिन भारत में धड़ल्ले से हो रहा इस्तेमाल, जानिए कैसे लोगों को बना रहा रोगी

Monday, 30 October 2023

/ by BM Dwivedi

 

रहिये अपडेट, भोपाल। स्वाद बढ़ाने के लिए ज्यादातर चाइनीज खानों (Chinese food) में अजीनोमोटो (Ajinomoto) का प्रयोग होता है, जो सेहत के लिए काफी हानिकारक है। तमाम शहर की फास्ट फूड की दुकानों में शाम के समय लोग पहुंचते हैं। अन्य मौसम के मुकाबले ठंड बढ़ने के साथ फास्ट फूड की दुकानों में लोगों की संख्या ज्यादा होती है। जो सेहत की फिक्र किये बिना अजीनोमोटो वाले इन फास्ट फूड का लुत्फ़ उठाते हैं। कई देशों में इस हानिकारक कैमिकल के बैन होने के बावजूद हमारे देश में शहर की लगभग हर फास्ट फूड की दुकानों में इसका धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है। 

Also Read:MP: मासूमों के सौदागर की सरगना महिला डॉक्टर दिल्ली से गिरफ्तार, दिवाली पर भोपाल में और भी घरों में करना था ‘अंधेरा’

कई शारीरिक समस्याओं का कारण 
विशेषज्ञों के अनुसार इस सफेद क्रिस्टल नमक अजीनोमोटो (Ajinomoto) जैसा पदार्थ का लंबे समय तक सेवन मोटापे से लेकर सीने में दर्द जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। खास बात यह है कि यह कई देशों में प्रतिबंधित है लेकिन हमारे देश में इसका उपयोग बढ़ता जा रहा है। अजीनोमोटो (Ajinomoto) का एक प्रकार का कैमिकल है। जिसे एमएसजी यानी मोनो सोडियम ग्लूमेट भी कहते हैं। यह सेहत के लिए हानिकारक है। भूख लगने पर छोटे बच्चे पौष्टिक आहार लेने की जगह दूसरा विकल्प तलाशते हैं। जिद करने पर परिजन भी फास्ट फूड दे देते हैं। जिससे बच्चों को पर्याप्त मात्रा में विटामिन, प्रोटीन, कैल्शियम समेत अन्य जरूरी तत्व नहीं मिल पाते हैं। 

Also Read:विडंबना : देश के सबसे शिक्षित राज्य में चपरासी बनने की कतार में इंजीनियर और बीटेक डिग्रीधारक, जानिए क्या दे रहे तर्क

इन बीमारियों का खतरा
अजीनोमोटो (Ajinomoto) का सेवन करने से कई प्रकार की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है, जैसे कि बच्चों के दिमाग का विकास का प्रभावित होना, थकान, कमजोरी और सिरदर्द, बांझपन, पेट में जलन, मांसपेशियों में दर्द, रक्तचाप में उतार-चढ़ाव, अनिद्रा, सीने में दर्द व मोटापा बढ़ना। अजीनोमोटो का उपयोग ज्यादातर चायनीज फूड जैसे नूडल्स, सूप, मंचूरियन समेत अन्य खाने वाली चीजों को स्वादिष्ट बनाने में किया जाता है। अजीनोमोटो (Ajinomoto) का उपयोग पिज्जा, बर्गर में, बाजार में मिलने वाले स्वाद बढ़ाने वाले मसालों में भी होता है। 

Also Read:डायबिटीज रोगियों के घाव 3 गुना तेजी से होंगे ठीक, वैज्ञानिकों ने बनाया चुंबकीय जेल

यह होती हैं समस्याएं
अजीनोमोटो (Ajinomoto) में सोडियम होता है जो पानी को रोक कर शरीर में फ्लूइड रिटेंशन को बढ़ाता है जिससे वजन बढ़ सकता है। साथ ही यह न्यूरोट्रांसमीटर्स के स्तर में बदलाव व उनके कार्यों को प्रभावित करता है। जिससे व्यावहारिक बदलाव, नींद में कमी, भूख न लगना या ज्यादा लगाना और अन्य कार्यों पर गलत असर पड़ता है। इसी वजह से चाइना व जापान जैसे देशों में अजीनोमोटो (Ajinomoto) के इस्तेमाल पर बैन लगा हुआ है। वहीं लंबे समय से भारत देश के कई हिस्सों जैसे कि जिसमें कर्नाटक, महाराष्ट्र, प. बंगाल समेत अन्य राज्य में भी इसको बैन करने की मांग उठी है। 


No comments

Post a Comment

Don't Miss
©|Rahiye Update| All Rights Reserved