रहिये अपडेट, चुनाव डेस्क। निर्वाचन आयोग द्वारा मतगणना दिवस में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र की मतगणना की चक्रवार जानकारी उम्मीदवारों, राजनैतिक दलों तथा आमजनता को उपलब्ध कराने के लिए इनकोर पोर्टल के माध्यम से व्यवस्था की गई है। मतगणना केन्द्र में पृथक से कम्प्यूटर आपरेटर तथा अधिकारी विधानसभावार तैनात रहकर प्रत्येक चक्र की मतगणना की मतदान केन्द्रवार जानकारी दर्ज करेंगे। इस संबंध में निर्वाचन आयोग के प्रतिनिधि सौरभ कुमार ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशिक्षण दिया।
इनकोर पोर्टल में ऐसे होगा काम
प्रशिक्षण में बताया गया कि इनकोर पोर्टल में सबसे पहले ईटीबीपीएस से प्राप्त डाक मतपत्रों की जानकारी प्रात: 8 बजे से दर्ज की जाएगी। इसके लिए जारी प्रपत्र 13, तथा 13 बी को स्कैन करके पोर्टल में अपलोड किया जाएगा। ईटीपीबीएस डाक मतपत्र के सभी प्रपत्र अपलोड करने के बाद रिटर्निंग आफीसर द्वारा उन्हें मान्य कर दर्ज किया जाएगा। इनकोर पोर्टल में जानकारी दर्ज करने के लिए रिटर्निंग आफीसर को लॉगिन की सुविधा दी गई है। इसमें प्रत्येक चक्र की मतगणना के बाद मतगणना टेबिल क्रमांक के अनुसार प्रत्येक उम्मीदवार को प्राप्त मतों की संख्या दर्ज की जाएगी। इसके बाद एक चक्र की गिनती समाप्त होने पर दर्ज पोर्टल में मतों की संख्या का प्रिंट आउट लेकर उसे रिटर्निंग अधिकारी द्वारा मान्य किए जाने के बाद पोर्टल पर प्रदर्शित किया जाएगा। यदि किसी टेबिल की ईव्हीएम की किसी भी कारण से मतों की गणना नहीं की जा रही है तो उसमें कुछ भी दर्ज नहीं किया जाएगा। इस दौरान सहायक कलेक्टर सोनाली देव, सभी रिटर्निंग आफीसर एवं इनकोर पोर्टल में जानकारी दर्ज करने के लिए तैनात टीम के सदस्य उपस्थित रहे।
मतगणना के समय संयमित व्यवहार रखने के निर्देश
मतगणना के लिए विधानसभावार कक्ष निर्धारित किए गए हैं। जिसके लिए गणना पर्यवेक्षक, गणना सहायक तथा माइक्रो प्रेक्षक तैनात कर दिए गए हैं। इनका एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। जिसमें कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतगणना के दौरान अधिकारी अपना व्यवहार संयमित रखेंगे। जिससे निष्पक्ष गणना हो सके, किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर वे ही जिम्मेदार होंगे। कलेक्टर ने कहा कि गणना प्रारंभ करने के पूर्व प्रत्येक मतगणना एजेण्ट को वोटिंग मशीन तथा उसकी सील दिखाएं। मतगणना मशीन में दर्ज तथा पीठासीन अधिकारी के मतपत्र लेखा में दर्ज कुल मतों का मिलान करें। वोटिंग मशीन में यदि ग्रीन पेपर सील टूटी हुई है तो उसे रिटर्निंग आफीसर के समक्ष प्रस्तुत करें। मतगणना एजेण्टों द्वारा किसी तरह की आपत्ति उठाए जाने पर उसकी जानकारी रिटर्निंग आफीसर को दें। गणना एजेण्टों को पूरी तरह से आश्वस्त करने के बाद मतगणना करें।
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