रहिये अपडेट, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में प्रचंड जीत के बाद अब भाजपा ने बड़ा फैसला लिया है। विधानसभा चुनाव में जो बीजेपी सांसद जीतकर आए हैं, उन्होंने बुधवार को संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। संसद सदस्यता छोड़ने के बाद अब ये नेता विधानसभा के सदस्य यानि विधायक बने रहेंगे। इस फैसले को बीजेपी की बड़ी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
21 सांसदों को दिया था टिकट
बुधवार को भाजपा के 10 सांसदों ने इस्तीफा दे दिया। वहीं राजस्थान से विधानसभा चुनाव जीते बीजेपी सांसद बाबा बालकनाथ और छत्तीसगढ़ से रेणुका सिंह भी जल्द ही इस्तीफा दे सकती हैं। बता दें कि भाजपा ने तीन राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बहुमत हासिल करने के बाद सरकार बनाने जा रही है। जबकि तेलंगाना में आठ सीटें ही भाजपा जीत पाई है। बतादें कि बीजेपी ने चार राज्यों में विधानसभा चुनाव में अपने 21 सांसदों को टिकट दिया था। जिसमें से राजस्थान और मध्य प्रदेश में सात-सात सांसद और छत्तीसगढ़ में चार एवं तेलंगाना में तीन सांसदों को विधानसभा में टिकट दिया था।
बीजेपी हाईकमान का निर्णय
विधानसभा चुनाव जीते हुए सांसदों ने बीजेपी हाईकमान के निर्णय के बाद संसद सदस्यता छोड़ दी। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ सभी सदस्य इस्तीफा देने के लिए स्पीकर के पास पहुंचे। इस्तीफा देने वालों में राजस्थान से राज्यवर्धन राठौड़, दीया कुमारी और किरोड़ी लाल मीना (राज्यसभा सदस्य) शामिल हैं। वहीँ मध्य प्रदेश से नरेंद्र तोमर, प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह, रीति पाठक, उदय प्रताप सिंह ने इस्तीफा दिया। जबकि छत्तीसगढ़ से गोमती साईं और अरुण साव ने संसद सदस्यता छोड़ दी है। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक जल्द ही राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में ऑब्जर्वर भेजे जाएंगे। बुधवार शाम या गुरुवार सुबह तक पर्यवेक्षक दिल्ली से रवाना होंगे। शनिवार और रविवार को तीनों राज्यों में विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्रियों के नामों की घोषणा की जाएगी।
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