रहिये अपडेट, भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में देर रात एक दर्दनाक हादसा हो गया। नींद में ऊंघते हुए एक डंपर चालक ने बुधवार की देर रात मेडिकल कॉलेज की तीन छात्राओं को कुचल दिया। इनमें से गांधी मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाली एक छात्रा गुंजन सरनेकर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। जबकि दो छात्राएं निशिता कठेरिया और छवि सिंह गंभीर रूप से घायल हैं। मेडिकल छात्रा गुंजन एक दिन पहले ही अरेरा कॉलोनी स्थित अपने घर से हॉस्टल में रहने के लिए गई थी। बताया जा रहा है कि बुधवार रात तीनों छात्राएं अपने दो दोस्तों के साथ एयरपोर्ट रोड के पास एक ढाबे के सामने खड़ी थी। इसी दौरान नींद में ऊंघ रहे चालक का डंपर बेलगाम हो गया और वह सड़क से नीचे उतर गया। जिससे तीनों छात्राएं उसकी चपेट में आ गईं। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने डंपर चालक को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है। बतादें कि बैतूल की गुंजन, जबलपुर के आधारताल की निशिता और राजस्थान के बांसवाड़ा की छवि सिंह का दाखिला 2021 में नीट यूजी काउंसलिंग के जरिए एमबीबीएस में हुआ था।
हादसे ने एक खुशहाल परिवार को से गम में डुबो दिया
जानकारी के मुताबिक मृतका गुंजन के पिता लोकेंद्र सरनेकर मैदा मिल रोड स्थित भारतीय स्टेट बैंक में चीफ मैनेजर हैं। माता-पिता अरेरा कॉलोनी ई-3 की पारस कॉलोनी में रहते हैं। जबकि गुंजन पढ़ाई के लिए हॉस्टल में रहती थी। पहले वह माता-पिता के साथ घर में ही थी। एक दिन पहले वह हॉस्टल शिफ्ट हुई थी। उसका छोटा भाई इंदौर में पढ़ाई करता है। इस हादसे ने एक खुशहाल परिवार को से गम में डुबो दिया। गुंजन की मौत से पूरे घर में मातम छा गया है। बेटी की शव देख मां की आंखें पथरा गईं जबकि पिता दुःख में बेजान से हो गए।
निशिता के के शरीर में मल्टीपल फ्रैक्चर
वहीँ हादसे में निशिता कठेरिया के शरीर में मल्टीपल फ्रैक्चर हुए हैं। उसकी पसलियां भी फ्रैक्चर हो गई हैं। हमीदिया अस्पताल में गुरुवार दोपहर उसकी सर्जरी हुई। डॉक्टरों के मुताबिक, छवि के पेट की स्पिलन फटने और पसलियों में फ्रैक्चर के कारण पेट में खून भर गया है। जिसे निकालने सीने में आर्टिफिशियल ट्यूब लगाई है।
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