रहये अपडेट, रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा में फिर एक रिश्वतखोर को पकड़ा गया। यह मामला भी शिक्षा विभाग से जुड़ा है। लोकायुक्त की रीवा इकाई ने डभौरा में दबिश देकर प्रभारी प्राचार्य को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। आरोपी प्राचार्य से रिश्वत की रकम भी बरामद की गई। साथ ही वह शर्ट भी जब्त कर ली गई है जिसमें उन्होंने रिश्वत के नोट डाले थे।
तीन महीने का वेतन भुगतान नहीं किया
जानकारी के मुताबिक लोकायुक्त एसपी से कुछ दिन पहले शिकायत की गई थी कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पुरैना के प्रभारी प्राचार्य द्वारा लगातार रिश्वत की मांग की जा रही है। शिकायतकर्ता जवा तहसील के कटंगी गांव के निवासी शेषमणि मिश्रा भी जनशिक्षक हैं। शिकायत में बताया गया था कि तीन महीने का वेतन भुगतान नहीं किया गया। उपस्थिति पत्रक प्राचार्य विद्याचरण अहिरवार द्वारा तैयार किया जाना है। जिसके बदले में वह तीन हजार रुपए के रिश्वत की मांग कर रहे हैं। लोकायुक्त पुलिस द्वारा शिकायत का सत्यापन कराने के बाद कार्रवाई के लिए टीम मौके पर भेजी गई। जहां पर विद्याचरण अहिरवार को 1500 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई आरोपी के डभौरा स्थित आवास पर की गई। शिकायतकर्ता ने मुताबिक इसके पहले भी आरोपी प्राचार्य ने १५०० रुपए लिए थे और वेतन पत्रक रिश्वत की पूरी राशि मिलने के बाद ही बनाने की बात कही थी। शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि आरोपी प्राचार्य द्वारा अन्य शिक्षकों से भी ऐसे ही रिश्वत लेकर काम किया जाता रहा है। लोकायुक्त पुलिस आरोपी प्राचार्य के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई कर रही है। यह कार्रवाई निरीक्षक जिआउल हक के नेतृत्व में की गई। इस दौरान अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
सप्ताह भर पहले एक और प्राचार्य को किया था गिरफ्तार
बतादें कि सप्ताह भर के भीतर रीवा में लोकायुक्त पुलिस की यह दूसरी कार्रवाई है। इसके पहले भी एक प्राचार्य को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। बीते सात दिसंबर को पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक रीवा दो के प्राचार्य सतपाल सिंह को भी रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने पकड़ा गया था। वह अपने बाबू से ही सामग्री खरीदी की राशि भुगतान करने के बदले कमीशन के रूप में १९ हजार रुपए की रिश्वत ले रहे थे।
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