रहिये अपडेट, नई दिल्ली। इन दिनों चरों ओर फिल्म 'एनमिल' की चर्चा है। कमाई के मामले में भी यह आगे बढ़ रही है। रणबीर कपूर और रश्मिका मंदना की मुख्य भूमिका वाली इस फिल्म में अनिल कपूर और बॉबी देओल भी अहम किरदार निभा रहे हैं। लेकिन समाज में एक वर्ग ऐसा भी है जो ऐसी फिल्मों को समाज के लिए हानिकारक मनाता है। छत्तीसगढ़ से INC सांसद रंजीत रंजन ने फिल्म इंडस्ट्री और 'एनिमल' को लेकर संसद में अपनी बात रखी। जिसके बाद इस फिल्म को लेकर विवाद अब संसद तक पहुंच चुका है।
कॉन्ट्रोवर्सी से घिरी 'एनिमल'
संदीप वांगा रेड्डी (Sandeep Vanga Reddy) की फिल्म 'एनिमल' विवादों में घिर गई है। इस फिल्म में दिखाया गया वायलेंस काफी डरा देने वाला है। फिल्म एक्शन, ड्रामा, क्राइम, इंटीमेसी और डायलॉग्स जैसी अन्य चीजों की वजह से 'एनिमल' कॉन्ट्रोवर्सी से घिरी गई है। अब छत्तीसगढ़ की INC MP रंजीत रंजन ने भी फिल्म इंडस्ट्री और 'एनिमल' फिल्म के विवाद को संसद तक पहुंचा दिया है।
रंजीत रंजन ने जताई चिंता
INC MP रंजीत रंजन ने संसद में कहा कि- सिनेमा हमारे समाज का आईना होता है। इसे देखकर हम सभी बड़े हुए हैं, सिनेमा देखकर और युवा पीढ़ी काफी इन्फ्लूएंस होती है, लेकिन आजकल कुछ ऐसी फिल्में आ रही हैं, जो समाज के लिए खतरनाक हैं। उन्होंने कहा कि 'कबीर' से लकेर 'पुष्पा' और अब 'एनिमल' फिल्म आई है। उन्होंने आगे कहा कि, मेरी बेटी के साथ बहुत सारी बच्चियां थीं जो कॉलेज में हैं और सेकेंड ईयर में पढ़ती हैं, जो फिल्म को बीच में छोड़कर रोते हुए हॉल से उठकर चली गई। MP रंजीत रंजन ने कहा कि "आखिर इतनी हिंसा, वायलेंस और महिलाओं से छेड़छाड़ जैसी चीजें पिक्चरों में क्यों दिखाई जा रही हैं, ये मुझे ठीक नहीं लगता। इन पिक्चरों का वायलेंस, इनका निगेटिव रोल हमारे बच्चे पर असर डालता है। वो इन्हे रोल मॉडल मानने लगे हैं। पिक्चरों में ऐसा देख रहे हैं, इसलिए समाज में भी ऐसी हिंसा देखने को मिल रही है।"
No comments
Post a Comment